देश में आवास ऋण क्षेत्र ने वित्त वर्ष 2021 की Q3 में पोर्टफोलियो में point of sale (PoS) के मामले में साल-दर-साल 9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की ।
वित्त वर्ष 2020-21 में वार्षिक 27 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ ( दिसंबर 2020 तक) 36 वर्ष से कमयुवा उधारकर्ताओं को आवास ऋण के लिए एक महत्वपूर्ण रूप में देखा जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने पिछले तीन वर्षों में लगभग 45 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ, मूल्य और मात्रा के हिसाब से आवास ऋण बाजार में अपना हिस्सा बनाये रखा है।
दिसंबर 2020 तक, शीर्ष पांच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने आवास ऋण उद्योग में 30 प्रतिशत की भागीदारी थी हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां (HFC) मूल्य के हिसाब से लगभग 37 प्रतिशत की कुल बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा हैं।
क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो CRIF हाई मार्क द्वारा जारी एक तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2020 तक इस क्षेत्र का बकाया पोर्टफोलियो 22.26 लाख करोड़ रुपये था, जबकि दिसंबर 2019 तक यह 20.31 लाख करोड़ रुपये था।
डिफ़ॉल्ट दरें
उधारकर्ता आयु समूहों में आवास ऋण को नहीं चुकाने की दर में लगातार वृद्धि हुई है।
45 वर्ष से अधिक आयु समूहों में डिफ़ॉल्ट दरें सबसे कम हैं, इसके बाद 26-45 वर्ष आयु समूहों का स्थान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि “25 साल से कम उम्र के समूहों में डिफ़ॉल्ट दरें सबसे ज्यादा हैं।”
उद्योग ने दिसंबर 2019 तिमाही में दिसंबर 2018 तिमाही की तुलना में Point of sale (PoS) में 10.4 प्रतिशत की वृद्धि देखी थी।
आवास खंड ऋण
दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में आवास ऋण पोर्टफोलियो में 4.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।” किफायती आवास खंड ऋण जो 35 लाख रुपये तक के थे इस तरह के आवास खंड ऋण दिसंबर 2020 तक बाजार का 90 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से लगभग 60 प्रतिशत थे।
किफायती आवास खंड ऋण जो 15 लाख रुपये तक के थे। इस तरह के आवास खंड ऋण मात्रा के हिसाब से 70 प्रतिशत थे और मूल्य के हिसाब से 38 प्रतिशत थे ।